NEET UG 2025 की परीक्षा में शामिल होने वाले लाखों छात्रों के लिए कट-ऑफ मार्क्स और परसेंटाइल की जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल यह निर्धारित करता है कि कोई छात्र परीक्षा में उत्तीर्ण हुआ है या नहीं, (NEET UG 2025 Cut Off) बल्कि यह भी तय करता है कि उसे MBBS या BDS जैसे प्रतिष्ठित पाठ्यक्रमों में प्रवेश मिलेगा या नहीं। इस लेख में हम NEET UG 2025 के अपेक्षित कट-ऑफ मार्क्स और परसेंटाइल की विस्तृत जानकारी प्रदान कर रहे हैं, जो विभिन्न श्रेणियों के अनुसार विभाजित है। NEET UG 2025 Cut Off
NEET UG 2025: कट-ऑफ निर्धारित करने वाले प्रमुख कारक
NEET UG 2025 का कट-ऑफ विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है: NEET UG 2025 Cut Off
- परीक्षा की कठिनाई स्तर (Difficulty Level): यदि परीक्षा कठिन होती है, तो कट-ऑफ कम हो सकता है।
- उपलब्ध सीटों की संख्या (Number of Seats): सीटों की संख्या अधिक होने पर कट-ऑफ कम हो सकता है।
- परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों की संख्या (Number of Candidates): उम्मीदवारों की संख्या बढ़ने से प्रतिस्पर्धा बढ़ती है, जिससे कट-ऑफ बढ़ सकता है।
NEET UG 2025: अपेक्षित कट-ऑफ मार्क्स और परसेंटाइल (Category-wise Expected Cut-Off)
नीचे दी गई तालिका में NEET UG 2025 के लिए विभिन्न श्रेणियों के अनुसार अपेक्षित कट-ऑफ मार्क्स और परसेंटाइल की जानकारी दी गई है: NEET UG 2025 Cut Off
| श्रेणी (Category) | अपेक्षित कट-ऑफ मार्क्स (Expected Cut-Off Marks) | अपेक्षित परसेंटाइल (Expected Percentile) |
|---|---|---|
| सामान्य (UR) | 550 – 580 | 95 – 97 |
| OBC | 530 – 560 | 94 – 96 |
| SC | 400 – 450 | 85 – 90 |
| ST | 350 – 400 | 80 – 85 |
| UR-PH | 450 – 480 | 90 – 93 |
| OBC-PH | 420 – 450 | 85 – 90 |
| SC-PH | 320 – 350 | 70 – 80 |
| ST-PH | 280 – 320 | 60 – 70 |
NEET UG 2024: श्रेणीवार कट-ऑफ मार्क्स और परसेंटाइल
पिछले वर्ष NEET UG 2024 के लिए घोषित कट-ऑफ मार्क्स और परसेंटाइल निम्नलिखित हैं: NEET UG 2025 Cut Off
| श्रेणी (Category) | न्यूनतम क्वालिफाइंग परसेंटाइल (Minimum Qualifying Percentile) | कट-ऑफ मार्क्स (Cut-Off Marks) |
|---|---|---|
| सामान्य (UR)/EWS | 50वां परसेंटाइल | 720 – 162 |
| OBC | 40वां परसेंटाइल | 161 – 127 |
| SC | 40वां परसेंटाइल | 161 – 127 |
| ST | 40वां परसेंटाइल | 161 – 127 |
| UR/EWS-PwD | 45वां परसेंटाइल | 161 – 144 |
| OBC-PwD | 40वां परसेंटाइल | 143 – 127 |
| SC-PwD | 40वां परसेंटाइल | 143 – 127 |
| ST-PwD | 40वां परसेंटाइल | 142 – 127 |
NEET UG 2025: MBBS और BDS में प्रवेश के लिए अपेक्षित कट-ऑफ
NEET UG 2025 में MBBS और BDS पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अपेक्षित कट-ऑफ मार्क्स निम्नलिखित हैं: NEET UG 2025 Cut Off
MBBS के लिए अपेक्षित कट-ऑफ:
| श्रेणी (Category) | अपेक्षित कट-ऑफ मार्क्स (Expected Cut-Off Marks) |
|---|---|
| सामान्य (UR) | 550 – 580 |
| OBC | 530 – 560 |
| SC | 400 – 450 |
| ST | 350 – 400 |
BDS के लिए अपेक्षित कट-ऑफ:
| श्रेणी (Category) | अपेक्षित कट-ऑफ मार्क्स (Expected Cut-Off Marks) |
|---|---|
| सामान्य (UR) | 550 – 570 |
| OBC | 520 – 540 |
| SC | 380 – 420 |
| ST | 350 – 380 |
पिछले वर्षों के डेटा के अनुसार, NEET UG की कट-ऑफ में लगातार वृद्धि देखी गई है। यह मुख्य रूप से परीक्षा की कठिनाई, उम्मीदवारों की संख्या और सीटों की उपलब्धता पर निर्भर करता है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी में निरंतरता बनाए रखें और पिछले वर्षों के कट-ऑफ ट्रेंड्स का अध्ययन करें।
NEET UG 2025 Cut Off (FAQs)
Q1: NEET UG 2025 का कट-ऑफ कब जारी होगा?
उत्तर: NEET UG 2025 का कट-ऑफ परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद NTA द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जाएगा।
Q2: क्या कट-ऑफ सभी श्रेणियों के लिए समान होता है?
उत्तर: नहीं, कट-ऑफ विभिन्न श्रेणियों के लिए अलग-अलग होता है, जैसे कि सामान्य, OBC, SC, ST आदि।
Q3: क्या कट-ऑफ में वर्ष दर वर्ष परिवर्तन होता है?
उत्तर: हां, कट-ऑफ में हर वर्ष परिवर्तन होता है, जो परीक्षा की कठिनाई, उम्मीदवारों की संख्या और सीटों की उपलब्धता पर निर्भर करता है।
Q4: क्या केवल कट-ऑफ मार्क्स प्राप्त करने से MBBS/BDS में प्रवेश मिल जाता है?
उत्तर: केवल कट-ऑफ मार्क्स प्राप्त करना पर्याप्त नहीं है; प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेना और सीट आवंटन आवश्यक होता है।
निष्कर्ष
NEET UG 2025 की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए कट-ऑफ मार्क्स और परसेंटाइल की जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए आवश्यक है, बल्कि MBBS और BDS जैसे प्रतिष्ठित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए भी आवश्यक है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी में निरंतरता बनाए रखें, पिछले वर्षों के कट-ऑफ ट्रेंड्स का अध्ययन करें, और परीक्षा की रणनीति को मजबूत करें।


